गुलमर्ग के प्राचीन शिव मंदिर का होगा पुनर्निर्माण ; आग से हुआ था क्षतिग्रस्त, जानें मंदिर से जुड़ा प्राचीन इतिहास

    14-जून-2024
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Gulmarg Shiv Mandir jammu Kashmir
 
उत्तरी-कश्मीर संभाग के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गुलमर्ग में स्थित ऐतिहासिक व प्राचीन गौरी  मंदिर का जल्द ही पुनर्निर्माण कराया जाएगा। जानकारी के लिए बात दें कि इस प्राचीन शिव मंदिर में 5 जून को तड़के कर्रीब 3:30 बजे शॉर्ट सर्किट से भीषण आग लग गई थी। इसमें यह मंदिर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। अब जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट इस मंदिर की मरम्मत कर इसका प्राचीन गौरव वापस लाएगा। धर्मार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर आरएस लंगेह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि आग लगने से क्षतिग्रस्त हुए गुलमर्ग के प्राचीन शिव मंदिर को उसके मूल प्राचीन गौरव को वापस लाने के लिए धर्मार्थ ट्रस्ट प्रतिबद्ध है।
 
 
मंदिर के पुनर्निर्माण में सहयोग के लिए अध्यक्ष ट्रस्टी, नागरिक प्रशासन, गुलमर्ग विकास प्राधिकरण के CEO, भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से अमूल्य सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस तरह सभी का सहयोग बना हुआ है, इस प्रतिष्ठित धार्मिक एवं सांस्कृतिक मंदिर की बहाली जल्द संभव हो सकेगी। शिव मंदिर में बिजली के शॉर्ट सर्किट से लगी आग में इसे काफी नुकसान पहुंचा था। बता दें कि 109 वर्ष पुराना यह मंदिर जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की पत्नी मोहिनी बाई सिसोदिया ने वर्ष 1915 में बनवाया था। इसलिए मंदिर को मोहिनेश्वर शिवालय और रानी मंदिर भी पुकारा जाता है।
 
 
हालांकि, उस समय हरि सिंह के चाचा महाराजा प्रताप सिंह डोगरा साम्राज्य के शासक थे। अब यह मंदिर जम्मू-कश्मीर धर्मार्थ ट्रस्ट के अधीन है। ट्रस्ट मंदिर का जल्द पुनर्निर्माण करवाने जा रहा है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में सामने आया था कि मंदिर में लकड़ी का उपयोग अधिक हुआ था, इसलिए आग तेजी से फैली। जब तक घटना की जानकारी मंदिर के पुजारी को लगी, तब तक यह पूरी तरह से आग की चपेट में आ गया था।  
 
 
 
 
 
बॉलीवुड की पसंदीदा जगह
 
 
गुलमर्ग स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर को महारानी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर को बॉलीवुड की अनेक फिल्मों में भी दर्शाया गया है। आपने 1974 में आई फिल्म 'आप की कसम' (Aap Ki Kasam Movie) देखी होगी, अगर नहीं देखी होगी तो उस फिल्म का एक सुपर हिट गाना 'जय जय शिव शंकर काँटा लगे ना कंकर' (Jai Jai Shivshankar Song) जरुर सूना होगा, इस गाने में भी इस प्राचीन शिव मंदिर को फिल्माया गया था। इसके अलावा अनेक बॉलीवुड की फिल्मों में इस मंदिर को दिखाया गया है। लेकिन आज यह मंदिर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चूका है। आग कैसे लगी इन कारणों का पता लगाने के लिए प्रशासन ने टीम गठित कर दी है।
 
 
गुलमर्ग का इतिहास
 
 
बहरहाल क्या आप जानते हैं कि दुनिया के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक ‘गुलमर्ग’ को 1581 ई से पूर्व तक गौरी मार्ग के नाम से जाता था। लेकिन कश्मीर में चकवंश के तत्कालीन शासक युसूफ शाह द्वारा जारी फतवे के कारण गौरी मार्ग को गुलमर्ग के नाम से पुकारा जाने लगा। उन दिनों से ही यहाँ प्राचीन गौरी शंकर मंदिर हुआ करता था और गौरी मार्ग एक तीर्थस्थल के रूप में जाना जाता था। लेकिन इतिहास के जानकारों का कहना है कि मध्य काल में जब इस्लामिक शासन हुआ तब इस्लामिक शासको द्वारा हिन्दुओं के इस प्राचीन शिव मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। लेकिन कालान्तर में हिन्दुओं ने यहाँ सदैव तीर्थ यात्रा जारी रखी।
 
 
इसके पश्चात सन 1915 में महाराजा प्रताप सिंह के डोगरा शासन काल में इस प्रचीन मंदिर का पुनरुद्धार किया गया। तत्पश्चात जम्मू कश्मीर के आखिरी महाराजा हरि सिंह की पत्नी रानी मोहिनी बाई ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया। इसके बाद से इस मंदिर को महारानी मंदिर के नाम से नयी पहचान मिली। वर्ष 2021 में भारतीय सेना ने इस मंदिर का नवीनीकरण कर इस प्राचीन व ऐतिहासिक गौरी शंकर मंदिर को जनता को समर्पित किया।