ये हैं जम्मू कश्मीर और लद्दाख की 5 शख्सियत, जिन्हें मिला है पद्म सम्मान
   26-जनवरी-2020


jk_1  H x W: 0
 
 
गृह मंत्रालय ने बीते शनिवार को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री अवार्ड के लिये नामों की घोषणा कर दी है। जिसमें जम्मू कश्मीर और लद्दाख की 5 शख्सियत भी शामिल है, जिन्हें पद्म सम्मान मिला है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग को जन मामलों के लिए और लद्दाख की डॉ. शेरिंग लंडोल को चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान देने के लिए पद्म भूषण अवार्ड मिला है। वहीं जम्मू-कश्मीर के ही जावेद अहमद ताक को सामाजिक कार्यों में उनके योगदान के लिये, शिव दत्त निर्मोही को साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय सेवाओं के लिये और लद्दाख के चेवांग मोटुप गोबा को व्यापार और उद्योग क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के लिये पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। इस साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा अलग-अलग क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने के लिये 7 लोगों को पद्म विभूषण, 16 लोगों को पद्म भूषण और 118 लोगों को पद्मश्री अवार्ड से नवाजा जायेगा।
 
 
जम्मू कश्मीर और लद्दाख के इन 5 शख्सियत को मिला पद्म सम्मान
 
 
मुजफ्फर हुसैन बेग (पद्म भूषण)
 
 
जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री और पीडीपी के वरिष्ठ नेता मुजफ्फर हुसैन बेग को जन मामलों के लिए के पद्म भूषण से सम्मानित किया जायेगा। मुजफ्फर हुसैन जम्मू-कश्मीर में कई अहम पदों पर रह चुके हैं। 2005 में जब गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री थे, उस समय मुजफ्फर हुसैन उप-मुख्यमंत्री थे। बेग वित्त मंत्री के अलावा एडवोकेट जनरल रहे साथ ही इन्होंने कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दी। उन्हें यह सम्मान जन मामलों में, आम लोगों के सामाजिक-राजनीतिक अधिकारों को सुनिश्चित बनाने, लोकतंत्र को मजबूत बनाने व कानून सेवा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जा रहा है।
 
 
डॉ. शेरिंग लंडोल (पद्म भूषण)
 
 
डॉ. शेरिंग लंडोल को लद्दाख में चिकित्सा के क्षेत्र में सराहनी कार्य के लिये पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। डॉ. शेरिंग लंडोल लद्दाख की स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। इन्होंने लद्दाख में चिकित्सा के क्षेत्र में सुधार लाने और लोगों को जागरूक करने के लिये बड़ी भूमिका निभाई है। इनकी इसी सराहनीय सेवाओं के कारण इन्हें साल 2006 में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था। बता दें कि वह यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली लद्दाख की पहली महिला डाक्टर हैं। डॉ. शेरिंग लेह के सोनम नारबू मेमोरियल गवर्नमेंट अस्पताल में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। लद्दाख में चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार सराहनीय कार्यों के वजह से इन्हें इस साल पद्म भूषण सम्मान से नवाजा जायेगा।
 
 
जावेद अहमद (पद्मश्री)
 
 
जावेद अहमद को कश्मीर घाटी में विकलांग बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने के कारण पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया जायेगा। जावेद अहमद जेबा आपा इंस्टीच्यूट और हयूमैनिटी वेल्फेयर आर्गेनाईजेशन हैल्पलाईन के संस्थापक भी है। बता दें कि 1997 में जावेद अहमद खुद भी आतंकियों की गोली लगने के कारण शारीरिक रूप से विकलांग हो गये थे। लेकिन उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनाई और उन्होंने विकलांग बच्चों के लिये संस्था खोली , जहां पर वह विकलांग बच्चों को पढ़ाते है। उनकी संस्था में नेत्रहीन बच्चों को भी पढ़ाया जाता है।
 
 
चेवांग मोटुप गोबा (पद्मश्री)
 
 
लद्दाख की रहने वाली चेवांग मोटुप गोबा को व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में योगदान देने के लिए पद्मश्री अवार्ड से नवाजा जायेगा। चेवांग बीते कई सालों से लद्दाख में लगातार व्यापार और उद्योग क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहे है।
 
 
शिव निर्मोही (पद्मश्री)
 
 
वरिष्ठ साहित्यकार शिव निर्मोही को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय सेवाओं के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है। साहित्याकार निर्मोही की लोक संस्कृति, साहित्य, देवी देवताओं और ऐतिहासिक तथ्यों को खंगालती 35 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। लगातार साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में सराहनीय कार्यों के कारण उन्हें पद्मश्री अवार्ड से नवाजा जायेगा।