J&K में टेरर फंडिंग केस की जांच जारी, NIA ने श्रीनगर में ग्रेटर कश्मीर के कार्यालय समेत कई जगहों पर की छापेमारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को टेरर फंडिंग केस की जांच में बड़ी कार्रवाई करते हुये श्रीनगर में ग्रेटर कश्मीर अखबार और मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज के आवास समेत श्रीनगर के कई इलाकों में छापेमारी और पूछताछ की है। इसके अलावा टीम ने एथ्राउट नाम के एक स्थायीन एनजीओ के कार्यालय, डल झील से चलने वाले एच.बी. हिल्टन नाम के हाउसबोट और पुराने शहर के दो अन्य स्थानों और बांदीपोरा में कई जगहों पर छापे मारे हैं। एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है, उनका खुलासा बाद में किया जायेगा। बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी काफी समय से टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही है। एनआईए की टीम ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और स्थानीय पुलिस बल के जवानों की सहायता से प्रेस एन्क्लेव में ग्रेटर कश्मीर के कार्यालय पर छापा मारा है।
एनआईए की टीम एनजीओ में हो रहे रूपयों के हेरफेर का पता लगाने के लिए नया मामला दर्ज किया है। इसके तहत एनआईए रूपयों के सोर्स, खर्च का पता लगायेगी। अधिकारियों के मुताबिक इन एनजीओ के खिलाफ काफी समय से हवाला रैकेट, गलत तरीके से फंड जुटाने और आतंकियों को आर्थिक मदद देने के आरोप लगते रहे हैं। बता दें कि कि कम से कम तीन अन्य एनजीओ पर एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में कथित आतंकवाद को धन मुहैया कराने के मामले में छापे मारे हैं। आरोप है कि इन एनजीओ को अज्ञात दानदाताओं से पैसा मिल रहे थे, जिसका इस्तेमाल आतंकवाद को आर्थिक मदद पहुंचाने में किया जा रहा था। वहीं इससे पहले एनआईए की टीम ने 2019 में ग्रेटर कश्मीर अखबार के एडिटर इन चीफ फयाज कालू से कुछ आर्टिकल्स के संबंध में पूछताछ की थी। यह आर्टिकल्स बुरहान वानी की मौत के बाद अखबार में प्रकाशित हुये थे। इसके अलावा 2016 में खुर्रम परवेज को उसके श्रीनगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया गया था। जानकारी के मुताबिक एनआईए की टीम कई दिनों से इन सभी संस्थानों पर नजर रख रही थी। जिसके बाद बुधवार की सुबह छापेमारी शुरू की है।