तस्वीर साभार - बासित ज़रगर
जम्मू-कश्मीर के विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग (Gulmarg) में आने वाले महीनों में यानि नए साल पर भारी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। गुलमर्ग विकास प्राधिकरण (GDA) अपने अन्य प्रशासनिक विंग और पर्यटन विभाग से सम्बंधित अधिकारीयों के साथ मिलकर एक सफल शीतकालीन पर्यटन सीजन के लिए उचित तैयारी करने में जुटा है। भीषण सर्दियों के मौसम में दुनिया भर से लाखों करोड़ों लोग गुलमर्ग अपनी छुट्टियाँ बिताने आते हैं। लिहाजा आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए, प्रदेश सरकार पर्यटन विभाग के साथ मिलकर पर्यटकों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने और उनका स्वागत करने के लिए तैयार है।
ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर से 50 किमी उत्तर में 8,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित पर्यटन स्थल गुलमर्ग को 'एशिया का स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है।
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गुलमर्ग, जो सबसे अविश्वसनीय पर्यटन स्थलों में से एक है, बर्फबारी के मौसम के साथ-साथ बसंत ऋतू में भी यहाँ की खूबसूरती बेहद ही आकर्षक होती है। शीतकाल के मौसम में स्नो फॉल के अलावा ल्यूपिन फूलों के मौसम के दौरान अपने आकर्षक दृश्य के लिए बेहद प्रसिद्ध है, जो आमतौर पर जून के मध्य में शुरू होता है और जुलाई के अंत तक रहता है। बर्फबारी और स्कीइंग, स्नो स्केटिंग, स्नो साइक्लिंग सहित अन्य साहसिक गतिविधियाँ और जम्मू-कश्मीर खेल परिषद, युवा खेल और सेवाएँ साथ ही पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित खेलो इंडिया कार्यक्रम, गुलमर्ग के प्रति पर्यटकों के आकर्षण को और अधिक बढ़ाते हैं। पर्यटकों की भारी संख्या और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए, होटल व्यवसायियों को अपने रेस्तरां में साज-सज्जा, उचित बिजली हीटिंग, व्यवस्था, नियमित गर्म पानी की आपूर्ति और गुणवत्तापूर्ण भोजन सहित अच्छी व्यवस्था के संबंध में प्रशासकों से दिशानिर्देश पहले ही मिल चुके हैं।
तस्वीर साभार - बासित ज़रगर
नए साल से पहले ही क्रिसमस पर भारी संख्या में देश के अनेक हिस्सों से लोग गुलमर्ग पहुंचे। इस बीच पर्यटकों ने सांता क्लॉज़ की पोशाक पहनकर गुलमर्ग में क्रिसमस दिवस मनाया। पर्यटक त्योहार मनाने के लिए गुलमर्ग के चर्चित सेंट मैरी चर्च भी गए। फादर एरिक और फादर वेनू के नेतृत्व में ईसाई समुदाय के सदस्यों ने चर्च में प्रार्थना समारोह आयोजित किया और घाटी के सभी लोगों के कल्याण और शांतिपूर्ण नए साल के लिए प्रार्थना की।
बसंत ऋतू के दौरान जम्मू कश्मीर की ख़ूबसूरती (तस्वीर साभार - बासित ज़रगर)
पर्यटन के इस ख़ास मौसम में आम जनमानस को यातायात और उसके किराये को लेकर एक बड़ी समस्या रहती है। अक्सर टैक्सी वाले मनमानी रकम मांगते हैं जिसका सीधा असर पर्यटकों की जेब पर पड़ता है। लिहाजा इसे लेकर टैक्सी ऑपरेटरों और अन्य सेवा प्रदाताओं को प्रशासन की ओर से ख़ास निर्देश दिए जा चुके हैं। पर्यटकों को उचित सेवाएं देने और दरें बनाए रखने के निर्देश मिले हैं ताकि वे भी शीतकालीन पर्यटन सीजन के दौरान अपनी आजीविका कमा सकें और पर्यटकों को भी ज्यादा समस्या न हो।