अमेरिका का दावा ; दुनियाभर के सैनिक ठिकानों पर स्पाई बैलून भेज रहा चीन, 12 देशों से जुटा चुका है खुफिया जानकारी
   09-फ़रवरी-2023
 
America's claim China is sending spy balloons to military bases
 
 
 
अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी ने बुधवार को दावा किया कि स्पाई बैलून के जरिए चीन दुनियाभर के देशों की मिलिट्री साइट्स पर नजर रख रहा है। पिछले कई साल से चीन ऐसा कर रहा है और वह अब तक 5 महाद्वीप के 12 देशों में इसी तरह के बैलून भेजकर खुफिया जानकारी जुटा चुका है। अमेरिकी अधिकारियों ने यह भी कहा है कि चीन ने स्पाई बैलून भेजकर भारत की जासूसी भी की है। इसके अलावा वह जापान, ताइवान और फिलिपींस के एयरस्पेस में भी घुसपैठ कर चुका है। अमेरिका ने इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया है। अमेरिका ने अपने रिपोर्ट में साफ़ किया कि पिछले दिनों अमेरिका में मार गिराया गया चीनी बैलून दरअसल उसके जासूसी कार्यक्रम का हिस्सा है।
 
 
स्टेट डिपार्टमेंट जल्द शुरू करने जा रहा कैंपेन
 
 
अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चीन ज्यादातर उन देशों में स्पाई बैलून भेज रहा है जिससे उसका ज्यादातर तनाव चल रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि इस हफ्ते चीन की कई जगहों से स्पाई बैलून प्रोग्राम ऑपरेट किया गया। पिछले कई सालों में चीन के जासूसी बैलून लैटिन अमेरिका, साउथ अमेरिका, साउथ ईस्ट एशिया, ईस्ट एशिया और यूरोप में भी देखे गए हैं।
 
 
आपको बता दें कि दुनिया भर में बढ़ रही चीन की जासूसी के चलते अमेरिका ने एक बड़ा फैसला लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक अब वहां का स्टेट डिपार्टमेंट जल्द ही एक कैंपेन शुरू करने जा रहा है। इसके तहत अमेरिका के विदेशों में बैठे अधिकारी उन देशों को चीन की जासूसी को लेकर जानकारियां देंगे। यहाँ तक भारत भी इन देशों में शामिल होगा। ये अधिकारी चीन की जासूसी के सारे राज खोलेंगे ताकि ये देश आने वाले समय में सावधानी बरत सकें।
 
 
America's claim China is sending spy balloons
 
 
जासूसी बैलून पर रिसर्च कर रहा चीन - रिपोर्ट
 
 
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन की 'डिफेंस टेक्नोलोजी' की नेशनल यूनिवर्सिटी के पास एक पूरी टीम है जो जासूसी बैलून पर वर्षों से स्टडी कर रही है। वहीं साल 2020 में चीनी सेना के अखबार पीपल्स लिबरेशन आर्मी डेली ने एक आर्टिकल पब्लिश किया था। इसमें नियर स्पेस यानि धरती से 118 किलो मीटर के ऊपर वाले इलाके को मॉडर्न वॉरफेयर का नया जंगी मैदान बताया था। चीनी अखबार ने साल 2021 में स्पाई बैलून को आसमान की ताकतवर आंखें बताया था। जिससे सरफेस टारगेट कवर किए जा सकते हैं। साथ ही यह भी दावा किया था कि आसमान में स्पाई बैलून गहरे समुद्र में सब्मरीन की तरह काम करते हैं।
 
 
अमेरिकन इंटेलिजेंस एजेंसी CIA के पूर्व अधिकारी जॉन के कुल्वर ने बताया कि स्पाई बैलून चीन में जासूसी करने वाले सैटेलाइट्स की कमी को पूरा कर रहे हैं। ये बैलून किसी देश में वायुमंडल की स्थिति और आउटर स्पेस से मिलने वाली जानकारियां आसानी इकट्ठा कर सकता है। जो चीन की मिसाइल फोर्सेस के लिए काफी अहम है। इसके जरिए जंग के दौरान सटीक टारगेट सेट किए जा सकते हैं।
 
 
क्या होता है स्पाई बैलून ? 
 
 
दरअसल इस तरह के गुब्बारे वजन में बेहद हल्के होते हैं। इनके अंदर हीलियम गैस भरी होती है। इसके अलावा इसमें अत्याधुनिक कैमरे भी लगे होते हैं, जिससे की हाई क्वालिटी तस्वीरें ली जा सकें। साथ ही कुछ अन्य जासूसी उपकरण भी इनमें लगाए गए होते हैं।इस तरह के जासूसी बैलून 60,000 फीट यानि (18,000 मीटर) से 150,000 फीट (45,000 मीटर) के बीच की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। एक बार हवा में पहुंचने के बाद काफी हद तक हवा के ऊपर डिपेंड होते हैं। इसके एयर पॉकेट्स स्टीयरिंग के रूप में कार्य कर सकते हैं। जासूसी गुब्बारों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि वे किसी क्षेत्र का लंबे समय तक अध्ययन कर सकते हैं। जमीन से इनकी निगरानी करना बेहद मुश्किल है।