उमर अब्दुल्ला ने ली CM पद की शपथ ; सुरेंद्र चौधरी बनें डिप्टी CM, कांग्रेस ने किया मंत्रिमंडल से किनारा

    16-अक्तूबर-2024
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Omar abdullah new CM of UT Jammu Kashmir
 
Jammu Kashmir : अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला ने आज शपथ ली। साथ ही सुरेंद्र चौधरी ने जम्मू-कश्मीर के डिप्टी CM पद की शपथ ली है। श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने उमर और उनके मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले और जम्मू-कश्मीर में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, NCP शरद गुट से सुप्रिया सुले, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, CPI से डी राजा और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
 
 
उमर अब्दुल्ला ने 5 मंत्रियों के साथ ली CM पद की शपथ
 
 
1. सुरेंदर चौधरी डिप्टी CM
  
नौशेरा से विधायक
 
चुनाव में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रहे रवींद्र रैना को 7819 वोट से हराया
 
2. सकीना इट्टू, मंत्री
  
DH पोरा से विधायक
 
1996 में 26 साल की उम्र में जम्मू-कश्मीर की सबसे युवा विधायक बनी
 
2008 में जम्मू-कश्मीर से अकेली महिला मंत्री थीं
 
 
3. जावेद राणा, मंत्री
 
मेंढर से विधायक
 
2002 और 2014 में मेंढ़र सीट से विधायक बने
 
अब्दुल्ला सरकार में पहली बार मंत्री बनाए गए
 
 
4. जावेद अहमद डार, मंत्री
 
राफियाबाद से पहली बार बनें हैं विधायक
 
5. सतीश शर्मा, मंत्री
 
छंब सीट से निर्दलीय विधायक
 
नेशनल कॉन्फ्रेंस को दिया है अपना समर्थन 
 

Abdullah Cabinet 
मंत्रिमंडल से कांग्रेस का किनारा  
 
 
वहीं, आपको बता दें कि शपथ ग्रहण से पहले नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गया है। जम्मू-कश्मीर रीऑर्गनाइजेशन एक्ट, 2019 के तहत CM समेत मंत्रियों की कुल संख्या विधानसभा सीटों के 10% से ज्यादा नहीं हो सकती। लिहाजा कुल 9 से 10 विधायक ही अब्दुल्ला कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। मंत्रिपरिषद के अगले संभावित विस्तार के दौरान 3 और मंत्रियों को शामिल किया जा सकता है। जानकारी के लिए बता दें कि 10 कैबिनेट पोस्ट में कांग्रेस पार्टी को कितने मिलेंगे यह अभी तय नहीं है। कांग्रेस का कोई भी विधायक आज मंत्रीपद की शपथ नहीं लिया है। शपथ ग्रहण से पूर्व ही कांग्रेस पार्टी ने यह साफ़ कर दिया है कि कांग्रेस NC को बाहरी समर्थन देगी। इस मंत्रिमंडल में कांग्रेस का कोई भी नेता मंत्रिमंडल का हिस्सा नहीं होगा। 
 
 
 
 
 
सीटों का गणित  
 
 
जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने जीत हासिल की। 90 सीटों में से नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं, BJP 29 विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने में सफल रही। जबकि वहीं कांग्रेस की ही तरह महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP भी इस चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। 
 
 
NC को कांग्रेस की जरुरत नहीं 
 
NC के पास अकेले ही 48 विधायकों का समर्थन चुनाव में जीते 7 निर्दलीय विधायकों में से 4 ने 10 अक्टूबर को NC को समर्थन का ऐलान किया था। ये 4 निर्दलीय- इंदरवल से प्यारेलाल शर्मा, छम्ब से सतीश शर्मा, सूरनकोट से मोहम्मद अकरम और बनी सीट से डॉ रामेश्वर सिंह हैं। इसके बाद NC की संख्या बढ़कर 46 हो गई है। एक दिन बाद 11 अक्टूबर को आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी NC को समर्थन दिया था। मेहराज मलिक डोडा सीट से पार्टी के इकलौते विधायक चुने गए हैं। बाद में थन्नामंडी से निर्दलीय विधायक मुजफ्फर इकबाल खान ने भी NC को समर्थन दिया था। इस तरह NC को सरकार बनाने के लिए कांग्रेस की जरूरत नहीं है, लेकिन प्री-पोल अलायंस के तहत कांग्रेस भी सरकार का हिस्सा रहेगी।