जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर घाटी में आतंकी हिंसा के दौर में क्षतिग्रस्त हुए प्राचीन व ऐतिहासिक मंदिरों के जीर्णोद्धार का कार्य शुरु कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे पहले दक्षिण कश्मीर संभाग के जिला अनंतनाग और पुलवामा में 17 मंदिरो के संरक्षण और कार्याकल्प के लिए 17 करोड़ रुपये से राशि मंजूर की गई है।
इन मंदिरों का होगा कायाकल्प
दक्षिण कश्मीर में जिला अनंतनाग के पहलगाम स्थित ऐतिहासिक मामलेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार एवं विकास के लिए 1.698 रुपये, अकिनगाम अनंतनाग में स्थित शिवा भगवती मंदिर के लिए 1.5975 करोड़ रुपये, पहलगाम स्थित गौरी शंकर मंदिर के विकास के लए 77.67 लाख रुपये, सेलिया अनंतनाग स्थित पापरन नाग मंदिर के लिए 92.95 लाख रुपये और खिरम अनंतनाग में स्थित मां रागेण्या भगवती के अस्थापन के संरक्षण एवं के लिए 46.49 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं।
जिला अनंतनाग में ही लरकीपोरा स्थित लोकभवन प्राचीण मंदिर के जीर्णोद्धार के हिए 3.2152 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। इस मंदिर को फरवरी 1986 में दंगाइयों ने जला दिया था। तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन मल्हौत्रा ने इसका पुनर्निर्माण कराया था।
आतंकियों ने भी इस मंदिर को नुकसान पहुंचाया था। जिला पुलवामा में त्राल के गुफकराल में नव पाषाण काल की गुफाओं के लिए 4.938 करोड़ रुपये, द्रंगबल पांपोर पुलवामा में स्थित श्री सिद्धेश्वर मंदिर के लिए 28.34 लाख रुपये, शिव मंदिर द्रंगबल पांपोर के लिए 38.82 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है।
मिडूरा, त्राल अवंतीपोर में मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए 12.70 लाख रुपये की राशि जारी की जाएगी जबकि त्रिचल पुलवाम में मंदिर के जीर्णाेद्धार के लिए 17.18 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। टहाब पुलवामामें मंदिर की मरम्मत और कायाकल्प के लिए 19.60 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
इस बीच, गणेश शिव शक्ति अस्थापन कमेटी, अकूरा अनंतनाग के अध्यक्ष आइके रैना ने कहा कि सरकार का मंदिरों के जीर्णाेद्धार के लिए धन को मंजूर किया जाना स्वागतयोग्य है,लेकिन हमनें भी अपने मंदिर के विकास एवं सरंक्षण का प्रस्ताव संबंधित प्रशासन को सौंपा है।
उस पर काई कार्रवाईनहीं हुई है। हंगलगुंड अनंतनाग स्थित स्वामी मीरजकाक ट्रस्ट के अध्यक्ष बीएल हंगलू ने भी स्वामी मीरजकाक के मंदिर के विकास के लिए आवश्यक धनराशि जारी करने की मांग की है।"