जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ बड़ी कारवाई करते हुए केंद्र सरकार ने एक बार फिर एक अलगाववादी संगठन पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में नईम अहमद के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर नेशनल फ्रंट यानि (JKNF) पर गत मंगलवार देर शाम प्रतिबन्ध लगा दिया है। जम्मू कश्मीर नेशनल फ्रंट के खिलाफ यह कार्रवाई 'गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम' UAPA के तहत की गई है। इस मामले पर गृहमंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत सरकार देश के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने को लेकर आतंकी और अलगाववादी संगठनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई व उन्हें उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
वहीं इस मामले पर गृहमंत्री अमित शाह ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर नेशन फ्रंट को जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और आतंकवाद का समर्थन करने, राष्ट्र की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता को चुनौती देने के लिए अलगाववादी गतिविधियों को अंजाम देते हुए पाया गया। लिहाजा गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर कट्टरपंथी हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के घटक जेकेएनएफ को तत्काल प्रभाव से गैरकानूनी संगठन घोषित कर दिया है। गौरतलब है कि गृहमंत्रालय द्वारा लगाया गया यह प्रतिबन्ध अगले 5 साल के लिए प्राभावी रहेगा। जम्मू कश्मीर नेशन फ्रंट लम्बे समय से भारत विरोधी कृत्यों में संलिप्त था वह जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद को भी बढाने में अपनी मुख्य भूमिका निभा रहा था।
यहाँ बता दें कि जम्मू कश्मीर नेशन फ्रंट के सदस्य जम्मू-कश्मीर व भारत में अलगाववाद को बढ़ावा देने और केंद्र शासित प्रदेश में आतंकी गतिविधियों को मदद देने और भारत विरोधी दुष्प्रचार में शामिल रहे हैं। गृहमंत्रालय की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि जम्मू कश्मीर नेशन फ्रंट के सदस्य सुरक्षा बलों पर पथराव करने सहित गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शनकारियों को संगठित करने में शामिल रहे हैं। बहरहाल अब इस संगठन को अगले 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।