'POJK भारत का अभिन्न अंग, पाकिस्तान नहीं सुधरा तो...' ; रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की पाकिस्तान को चेतावनी

14 Jan 2025 11:25:04
 
Rajnath singh
 
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज यानि मंगलवार 14 जनवरी को जम्मू कश्मीर के अखनूर बॉर्डर क्षेत्र में 108 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया और इस अवसर पर एक धरोहर संग्रहालय का उद्घाटन किया। इस संग्रहालय में जम्मू और कश्मीर में विभिन्न युद्धों के दौरान उपयोग किए गए हथियारों और युद्ध नायकों की मूर्तियों का प्रदर्शन किया गया है। इसके बाद, उन्होंने तांडा आर्टिलरी ब्रिगेड में आयोजित 9वें सशस्त्र बलों के पूर्व सैनिक दिवस समारोह में भी हिस्सा लिया।
 
 
रक्षा मंत्री के संबोधन की बड़ी बातें...
 
 
रक्षामंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अतीत में जम्मू कश्मीर के साथ पिछली सरकारों द्वारा अलग व्यवहार किया गया, जिसके कारण इस क्षेत्र के लोग दिल्ली से उस तरह जुड़ नहीं पाए, जैसा उन्हें होना चाहिए था। उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धि पर जोर दिया और कहा कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारी सरकार का मुख्य उद्देश्य जम्मू कश्मीर और देश के अन्य हिस्सों के बीच दिलों की दूरी को कम करना है।
 
 
राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ सरकार के संवाद के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, "हम कश्मीर और बाकी देश के बीच के फासले को मिटाने के लिए काम कर रहे हैं।" उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कश्मीर और दिल्ली के बीच की दूरी को कम करने के लिए सही कदम उठाए हैं।
 
 
बिना POJK जम्मू कश्मीर अधूरा
 
 
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले जम्मू कश्मीर (POJK) के प्रधानमंत्री चौधरी अनवर उल हक के भारत विरोधी बयानों की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर POJK के बिना अधूरा है और यह भारत का अभिन्न हिस्सा है। राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर वह आतंकवादियों को संरक्षण देना जारी रखता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
 
 
 
 
उन्होंने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा, "पाकिस्तान ने हमेशा भारत को अस्थिर करने के लिए आतंकवाद का सहारा लिया है।" उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर अब भी सक्रिय हैं और सीमा के पास लॉन्च पैड बनाए गए हैं। भारतीय सरकार इस स्थिति से पूरी तरह वाकिफ है और पाकिस्तान को इस आतंकवादी ढांचे को नष्ट करना होगा।
 
 
1965 युद्ध और पाकिस्तान की पराजय का जिक्र
 
 
राजनाथ सिंह ने 1965 के युद्ध का जिक्र करते हुए भारतीय सेना की वीरता को याद किया, जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान के ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम को नाकाम करते हुए लाहौर तक पहुंचने की रणनीतिक सफलता हासिल की। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने हर युद्ध में भारत से हार का सामना किया है - चाहे वह 1948 का पाकिस्तानी हमला हो, 1965 का युद्ध हो, 1971 का युद्ध हो या 1999 का कारगिल युद्ध हो। हर बार पाकिस्तान को अपने नापाक मंसूबों के कारण अपमान और पराजय का सामना करना पड़ा है। राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर में हाल के बदलावों को लेकर कहा कि अनुच्छेद 370 की निरस्तता के बाद इस क्षेत्र की स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव आया है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जम्मू कश्मीर अब POJK के बिना अधूरा है। 
 
 
 
 
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