Kashmir to Kanyakumari Train : अब तक कश्मीर घाटी देश के अन्य हिस्सों से केवल हवाई मार्ग से जुड़ा था, लेकिन अब कश्मीर रेल मार्ग से भी देश के अन्य हिस्सों से जुड़ गया है। कटरा-बनिहाल रेल रूट पर रेलवे का ट्रायल रन पूरी तरह से सफल रहा। रियासी में बनें दुनिया के सबसे ऊँचे चिनाब रेल ब्रिज और अंजी खड्ड पर बनें देश के पहले केबल स्टे ब्रिज पर ट्रेन का सफल ट्रायल रन हुआ...पहले इंजन का ट्रायल रन और फिर लोडेड मालगाड़ी ट्रेन के जरिये इन नवनिर्मित रेलवे ट्रैक का परिक्षण किया गया। इन परिक्षण के बाद शनिवार को 8 बोगी वाले सर्विस ट्रेन से 120 km प्रति घंटा की रफ़्तार से टरायल रन किया गया।
कटरा-बनिहाल रेल मार्ग से गुजरते हुए ट्रेनों को दुनिया के सबसे ऊँचे आर्च ब्रिज और अंजी खड्ड पर बनें दुनिया के पहले केबल ब्रिज पर रोककर उसकी गुणवक्ता को जांचा परखा गया। यह दोनों ही ब्रीज भारतीय इंजीनियरिंग का एक अद्भुत उदाहरण पेश करता है। केबल स्टेड रेल ब्रिज चेनाब की सहायक नदी अंजी के ऊपर बनाया गया है जोकि नदी तल से 331 मीटर की ऊंचाई पर है। यह दुनिया का पहला केबल स्टेड रेल ब्रिज है। यह पुल कटरा की तरफ सुरंग टी2 और रियासी की तरफ सुरंग टी3 को जोड़ता है।
रेलवे सुरक्षा आयुक्त 7 और 8 जनवरी को इन रूट्स पर फाइनल इंस्पेक्शन करेंगे। इसके बाद आयुक्त एक फाइनल रिपोर्ट पेश करेंगे और फिर कश्मीर के लिए ट्रेन सेवा शुरू करने की हरी झंडी दिखा दी जाएगी। यह दोनों ही पुल USBRL परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों के बीच रेल संपर्क से जोड़ना है।
इन तैयारियों के बीच रेलवे ने तीन ट्रेनों की समयसारिणी भी जारी की है. इनमें प्रीमियम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल है. वंदे भारत ट्रेन कटरा से सुबह 8:10 बजे प्रस्थान करेगी और 11:20 बजे श्रीनगर पहुंचेगी. इस तरह कटरा से श्रीनगर महज 3 घंटों में पहुंचना संभव हो सकेगा. यानि अब जल्द ही आप ट्रेन के ज़रिये डायरेक्ट कश्मीर घाटी तक सफर कर सकेंगे। अभी फिलहाल कटरा तक ट्रेन सेवा उपलब्ध है। लेकिन उम्मीद है कि इसी माह से कश्मीर घाटी तक ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जायेगा।
इसी दिशा में PM मोदी ने आज सोमवार, 6 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जम्मू के नए रेलवे डिवीजन का उद्घाटन किया। पहले यह डिवीजन फिरोजपुर में आता था, जो उत्तर रेलवे जोन के तहत था, लेकिन अब से इसे जम्मू डिवीजन के नाम से जाना जाएगा। यह देश का 69वां रेलवे डिवीजन होगा, जबकि वर्तमान में देश में कुल 17 रेलवे जोन और 68 डिवीजन हैं। जम्मू रेलवे डिवीजन के निर्माण से पठानकोट, जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला, भोगपुर, सिरवाल, बटाला-पठानकोट और पठानकोट से जोगिंदर नगर तक 742.1 किलोमीटर का क्षेत्र लाभान्वित होगा।