प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 6 जनवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जम्मू के नए रेलवे डिवीजन का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने रेल से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। पहले यह डिवीजन फिरोजपुर में आता था, जो उत्तर रेलवे जोन के तहत था, लेकिन अब से इसे जम्मू डिवीजन के नाम से जाना जाएगा। यह देश का 69वां रेलवे डिवीजन होगा, जबकि वर्तमान में देश में कुल 17 रेलवे जोन और 68 डिवीजन हैं। इस कार्यक्रम के दौरान जम्मू में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सांसद जुगल किशोर शर्मा और केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह भी उपस्थित रहे।
नव निर्मित जम्मू रेलवे डिवीजन का मुख्यालय जम्मू में होगा, जिसमें फिरोजपुर डिवीजन का पुनर्गठन किया जाएगा। इस नए डिवीजन के अधिकार क्षेत्र में निम्नलिखित रेल मार्ग शामिल होंगे :-
पठानकोट-जम्मू-उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला (423 Km)
भोगपुर-सिरवाल-पठानकोट (87.21 Km)
बटाला (छोड़कर)-पठानकोट (68.17 Km)
पठानकोट-जोगिंदर नगर (नैरो गेज सेक्शन, 163.72 Km)
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस मौके पर कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी ने नए जम्मू रेलवे डिवीजन का उद्घाटन किया। यह मांग लंबे समय से उठ रही थी और इसके माध्यम से कश्मीर घाटी को पूरे देश से जोड़ने में मदद मिलेगी। जम्मू रेल डिवीजन के अलावा, PM मोदी ने तेलंगाना के चार्लापल्ली में नए टर्मिनल स्टेशन का भी उद्घाटन किया और ईस्ट कोस्ट रेलवे के रायगढ़ डिवीजन भवन की आधारशिला रखी।
कुछ समय पहले, राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और जम्मू-कश्मीर के कई भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थी, जिसमें उन्होंने जम्मू रेलवे डिवीजन बनाने की मांग की थी।
सूत्रों के अनुसार, जम्मू रेलवे डिवीजन में उधमपुर, श्रीनगर, और बारामूला रेल लिंक को कवर किया जाएगा। PM ने बताया कि जम्मू रेलवे डिवीजन के निर्माण से पठानकोट, जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला, भोगपुर, सिरवाल, बटाला-पठानकोट और पठानकोट से जोगिंदर नगर तक 742.1 किलोमीटर का क्षेत्र लाभान्वित होगा। इससे न केवल भारत के अन्य हिस्सों से संपर्क मजबूत होगा, बल्कि यह रोजगार के अवसरों के सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने में भी सहायक साबित होगा।