4 महत्वपूर्ण युद्धों के नायक हवालदार बलदेव सिंह की गाथा ; जिनकी बहादुरी को नेहरु से लेकर PM मोदी तक सराहा

08 Jan 2025 12:01:38

Havaldar baldev singh passes away jammu kashmir 
Story Havaldar Baldev Singh : आज बात करेंगे एक ऐसे वीर सिपाही की जो महज 16 वर्ष की आयु में ब्रिगेडियर उस्मान के नेतृत्व में भारतीय सेना में बतौर एक इनफॉर्मर के तौर पर शामिल हुए। फिर 1947 में जब पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर पर हमला किया तब उन्होंने झांगर की तरफ बढ़ते दुश्मनों की जानकारी सेना तक पहुंचा कर युद्ध को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाने में मदद की। पाकिस्तान की शर्मनाक हार और युद्ध की समाप्ति के बाद वर्ष 1950 मां भारती का यह वीर सपूत बतौर हवालदार भारतीय सेना में शामिल हुए और लगातार 3 दशक तक भारत माँ की सेवा में अपना अहम् योगदान दिया। दरअसल हम बात कर रहे हैं भारतीय सेना के पूर्व सैनिक हवलदार बलदेव सिंह की जिनका गत सोमवार उनके गृह नगर राजौरी में 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बलदेव सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। 
 
 
जीवन परिचय और सैन्य सफ़र...
 
 
हवलदार बलदेव सिंह का जन्म 27 सितंबर 1931 को जम्मू कश्मीर के नौशेरा के नौनिहाल गांव में हुआ था। बचपन से उनके खून में देश भक्ति का जज्बा ऐसा था कि वे महज 16 साल की उम्र में, ब्रिगेडियर उस्मान की अगुवाई में “बाल सेना” में शामिल हो गए। 1947-48 के नौशेरा और झांगर की लड़ाई के दौरान, बाल सेना के लड़कों ने भारतीय सेना के लिए महत्वपूर्ण समय पर संदेशवाहक यानि (messenger) के रूप में काम किया था। उनके इस योगदान के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें ग्रामोफोन, घड़ियां और भारतीय सेना में शामिल होने का मौका दिया था।  

 
3 दशक तक देश सेवा 
 
 
युद्ध की समाप्ति के बाद बलदेव सिंह 14 नवंबर 1950 को सेना में भर्ती हुए। उन्होंने करीब 3 दशक तक देश की सेवा की और 1961-1962 भारत चीन युद्ध और फिर 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में हिस्सा लिया। 1969 में जब वे अपने पद से सेवानिवृत हुए उसके कुछ ही वर्षों बाद 1971 में भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध छिड़ गया। लिहाजा बलदेव सिंह को सेवानिवृत होने के बाद भी 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में फिर से बुलाया गया। इस दौरान उन्होंने 11वीं जाट बटालियन (25 इन्फैंट्री डिवीजन) के साथ 8 महीने तक देश सेवा की। साथ ही अपने सैनिकों के साथ मिलकर उन्होंने पाकिस्तानी सैनिकों को घुटने टेंकने पर मजबूर कर दिया। 
 
 Havaldar baldev singh passes away jammu kashmir
 
नेहरु से लेकर PM मोदी ने सराहा 
 
 
अपने पूरे जीवन काल में जिस तरह से बलदेव सिंह ने देश की सेवा की उनके इस बहादुरी के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी सहित देश के कई बड़े नेताओं की ओर से सम्मानित किया जा चुका है। देश के प्रति सच्ची निष्ठा, बहादुरी और वीरता के कारण आज हवालदार बलदेव सिंह इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में सदैव के लिए अंकित हो गए। 

Havaldar baldev singh passes away jammu kashmir 
कोटिशः नमन...
 
 
गृहनगर नौशेरा में हवलदार बलदेव सिंह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार पूरे श्रद्धा और सम्मान के साथ किया गया। बलदेव सिंह जैसे वीर और समर्पित सैनिक न केवल हमारी यादों में बल्कि हमारे दिलों में भी हमेशा अमर रहेंगे। उनका साहस, देशभक्ति और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उनके निधन पर हम उन्हें शत-शत नमन करते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। उनका योगदान देशवासियों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगा।
 
जय हिन्द..... 
 
 
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