विश्व धरोहर दिवस 2024 - गौरवशाली अतीत की जीवंत झलक

18 Apr 2025 12:44:00
 
World Heritage Day 2025, UNESCO Indian cultural heritage
                                                                                            
'संरक्षण से जुड़ती है संस्कृति, और संस्कृति से बनती है पहचान!' 
 
World Heritage Day : हर साल 18 अप्रैलको हम विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) के रूप में मनाते हैं — एक ऐसा दिन जो हमें हमारी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत की सुरक्षा और संरक्षण की अहमियत याद दिलाता है।
 
 
कैसे शुरू हुआ विश्व धरोहर दिवस?
 
 
यह विचार पहली बार 1968 में सामने आया, जब एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण की जरूरत को दुनिया के सामने रखा। फिर 1982 में ICOMOS (International Council on Monuments and Sites) ने इसे वैश्विक स्तर पर मनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे 1983 में UNESCO** ने मान्यता दी। पहला World Heritage Day ट्यूनिशिया में मनाया गया था।
 
 
इस वर्ष की थीम:
 
 
विश्व धरोहर दिवस 2025 की थीम है – "आपदा और संघर्ष प्रतिरोधी विरासत"
 
 
(Heritage under Threat from Disasters and Conflicts)
 
 
इस वर्ष की थीम हमें यह याद दिलाती है कि हमारी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरें न केवल समय के थपेड़ों से, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, बाढ़, आग, और मानव निर्मित संघर्षों जैसे युद्ध और अतिक्रमण से भी खतरे में हैं।
 
 
इसका मुख्य उद्देश्य है –
 
 
इन धरोहर स्थलों को संभावित आपदाओं और संघर्षों से सुरक्षित रखने के लिए सुनियोजित तैयारी, संरक्षण रणनीतियाँ अपनाना और बीते अनुभवों से सीख लेकर भविष्य की रक्षा करना। यह थीम हमें प्रेरित करती है कि हम सिर्फ धरोहरों की सुंदरता नहीं, बल्कि उनके सुरक्षित भविष्य के लिए भी ज़िम्मेदारी महसूस करें।
 
 
भारत: विरासतों का खजाना
 
 
भारत केवल एक देश नहीं, बल्कि सभ्यता, संस्कृति और समृद्ध परंपराओं की ज़िंदा मिसाल है। यहां मौजूद ऐतिहासिक स्मारक और प्राकृतिक स्थल न सिर्फ हमारे गौरव की प्रतीक हैं, बल्कि पूरे विश्व को भारतीयता की झलक भी दिखाते हैं।
 
 
भारत में कुल 40 UNESCO द्वारा मान्यता प्राप्त विश्व धरोहर स्थल हैं:
 
 
🔹 32 सांस्कृतिक स्थल
 
 
🔹 7 प्राकृतिक स्थल 
 
 
🔹 1 मिश्रित स्थल
 
 
> धोलावीरा (गुजरात) और रामप्पा मंदिर (तेलंगाना) को 2021 में शामिल कर यह संख्या 40 हुई है।
 
 
दुनिया भर में कुल 1154 विश्व धरोहर स्थल हैं
 
 
🔸 897 सांस्कृतिक
 
 
🔸 218 प्राकृतिक
 
 
🔸 39 मिश्रित स्थल
 
 
भारत के प्रमुख विश्व धरोहर स्थल – एक नजर में
 
 
उत्तर प्रदेश
 
 
* ताज महल
 
 
* आगरा फोर्ट
 
 
* फतेहपुर सीकरी
 
 
महाराष्ट्र
 
 
* अजंता व एलोरा की गुफाएं
 
 
* एलीफैंटा गुफाएं
 
 
* छत्रपति शिवाजी टर्मिनस
 
 
* विक्टोरियन आर्ट डेको
 
 
दिल्ली
 
 
* हुमायूं का मकबरा
 
 
* क़ुतुब मीनार
 
 
* लाल किला 
 
 
मध्य प्रदेश
 
 
* खजुराहो मंदिर
 
 
* सांची स्तूप
 
  
* भीमबेटका की गुफाएं
 
 
गुजरात
 
 
* चंपानेर-पावागढ़
  
 
* रानी की वाव
 
 
* धोलावीरा
 
 
* अहमदाबाद का ऐतिहासिक शहर
 
 
राजस्थान
 
  
* हिल फोर्ट्स
 
  
* केवलादेव नेशनल पार्क
 
 
* द पिंक सिटी जयपुर
 
 
* जंतर मंतर
 
 
तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, हिमाचल, सिक्किम, तेलंगाना, चंडीगढ़ – इन राज्यों के भी अनेक अद्भुत स्थल इस सूची में शामिल हैं।
 
 
क्यों जरूरी है धरोहरों का संरक्षण?
 
 
 
जैसे-जैसे जनसंख्या और शहरीकरण बढ़ रहा है, हमारी सांस्कृतिक विरासतें खतरे में पड़ रही हैं। प्राकृतिक आपदाएं, मानवीय लापरवाही और समय की मार से ये धरोहरें मिट रही हैं।
 
 
ऐसे में आज का दिन हमें याद दिलाता है कि— अगर हमें भविष्य को समृद्ध बनाना है, तो अतीत को सुरक्षित रखना होगा।
 
 
तो आइए, इस विश्व धरोहर दिवस पर संकल्प लें—अपनी धरोहरों को जानें,  उनसे जुड़ें और उनका गर्व के साथ संरक्षण करें। 
 
 
 
 
 
 
 
 
Powered By Sangraha 9.0